वह पृय्वी को अपके महुं के डुंडे से मारे गा उसके मागग को स्वीकार!
ने ध्यान दो के ईस उसके मागग को स्वीकार वेबा को दावो खाररज अरत हमजग्या हा मलतब वींके परमेसर वेबा का केवा का बारा?
ने ध्यान दो के ईस उसके मागग को स्वीकार वेबा को दावो खाररज अरत हमजग्या हा मलतब वींके परमेसर वेबा का केवा का बारा?